छठिमैया मोरी विनती बारम्बार,स्वीकारौ अर्ध्य हमार।छठिमैया बड़का परब बरत पूजा बा,यामे कौनो पंडित नाहीं,कोउ नाहीं पूजारी,सूरज देवता अर्ध्य लेवत हैं,डूबत…