छठिमैया मोरी विनती बारम्बार,स्वीकारौ अर्ध्य हमार।छठिमैया बड़का परब बरत पूजा बा,यामे कौनो पंडित नाहीं,कोउ नाहीं पूजारी,सूरज देवता अर्ध्य लेवत हैं,डूबत…
आज खरना, कल अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य, घाटों पर तैयारियां जोरों पर संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। सनातन धर्मावलंबियों…