बलिया(राष्ट्र की परम्परा)

कर्नल विनोद कुमार, पीएमजी वाराणसी कैण्ट ने सोमवार को वाराणसी प्रधान डाकघर से बाग़ी बलिया के सत्तू की बिक्री की शुरुआत की। पहली बार डाकघर के माध्यम से लोगों को पौष्टिक और प्रसिद्ध व्यंजन सत्तू वाजिब दाम पर उपलब्ध कराया जा रहा है। अब उपभोक्ता वाराणसी सहित बलिया, चंदौली, जौनपुर, गाज़ीपुर, नौगढ़ और मुगलसराय जैसे जिलों के डाकघरों से मात्र 75 रुपये में आधा किलो सत्तू का पैकेट खरीद सकते हैं। कर्नल विनोद ने बताया कि यह सत्तू सीधे बलिया से डाकघरों तक पहुँचाया जाएगा जिससे जनता को शुद्ध और किफायती उत्पाद मिलेगा और डाक विभाग को भी अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में गुलाब, केसर और चॉकलेट फ्लेवर वाले सत्तू भी उपलब्ध कराने की योजना है। कार्यक्रम में उपस्थित निधि उद्योग के प्रतिनिधि सौरभ ने बताया कि बलिया का सत्तू मलाई चने से तैयार किया जाता है, जो स्वाद और पौष्टिकता में विशिष्ट है। पहले ग्राहक के रूप में स्वयं कर्नल विनोद ने सत्तू का पैकेट खरीदा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के ओडीओपी (One District One Product) और स्वदेशी उत्पादों के प्रोत्साहन को ध्यान में रखते हुए बनारस परिक्षेत्र के 100 डाकघरों में इस योजना की शुरुआत की गई है। सफल होने पर इसे पूरे उत्तर प्रदेश और आगे चलकर देशभर के डाकघरों में लागू किया जाएगा। कार्यक्रम में परमानंद सहायक निदेशक, हेमंत अधीक्षक बलिया, सुरेश अधीक्षक वाराणसी वेस्ट, पल्लवी और पूजा सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे। लोगों ने मौके पर ही उत्साहपूर्वक सत्तू के पैकेट खरीदे। उल्लेखनीय है कि बलिया ने 20 अगस्त 1942 को चित्तू पांडेय के नेतृत्व में खुद को आज़ाद घोषित किया था। ऐसे ऐतिहासिक अवसर के आसपास डाकघर से सत्तू बिक्री की शुरुआत विशेष महत्व रखती है। योजना के पहले ही दिन 2500 से अधिक पैकेट बिक गए।