अलास्का (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात के तुरंत बाद वाशिंगटन में ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की से भी भेंट की थी। इन बैठकों से दुनिया भर में उम्मीद जगी थी कि रूस-यूक्रेन युद्ध शायद थमने की ओर बढ़ेगा। लेकिन 21 अगस्त की रात रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला कर सारी उम्मीदों को तोड़ दिया।
यूक्रेन की वायुसेना ने बताया कि रूस ने पश्चिमी यूक्रेन को निशाना बनाते हुए 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागीं। इस हमले में एक अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी को भी निशाना बनाया गया, जिसमें करीब 600 कर्मचारी काम कर रहे थे। इसे इस साल का सबसे बड़ा हवाई हमला बताया जा रहा है।
हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रूथ सोशल पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बाइडेन प्रशासन की यूक्रेन नीति पर हमला बोलते हुए कहा कि केवल बचाव की रणनीति युद्ध जीतने का तरीका नहीं है। उन्होंने दावा किया कि अगर वे राष्ट्रपति होते तो यह युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता।
ट्रंप ने एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें वे रूसी राष्ट्रपति पुतिन को ऊंगली दिखाते नजर आ रहे हैं। यह तस्वीर 1950 के दशक में अमेरिकी उपराष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन और सोवियत नेता निकिता ख्रुश्चेव की ऐतिहासिक बहस की याद दिलाती है। माना जा रहा है कि इस प्रतीकात्मक इशारे से ट्रंप यह संदेश देना चाहते हैं कि अमेरिका रूस से अधिक शक्तिशाली है।
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