प्राकृतिक असंतुलन ने खोल दी व्यवस्थाओं की पोल, किसान बेहाल, आमजन परेशान

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)देश में मानसून का मिजाज इस बार पूरी तरह बिगड़ा नजर आ रहा है। एक तरफ उत्तर और पूर्व भारत के कई राज्यों में अतिवृष्टि ने तबाही मचाई है, तो दूसरी ओर दक्षिण-पश्चिम भारत के कई हिस्से अब भी बादलों की राह ताक रहे हैं। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश के करीब 40% हिस्से में सामान्य से बहुत अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि शेष हिस्सों में अब तक औसत से काफी कम बारिश हुई है।
उत्तर भारत में बारिश का कहर
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश और असम जैसे राज्यों में भारी बारिश से हालात बेहद गंभीर हैं।
उत्तराखंड और हिमाचल में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिससे दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं, खासकर कोसी, गंडक और बागमती नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। खेतों में पानी भर जाने से फसलें बर्बाद हो गई हैं।
असम में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों के उफान ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है।
मध्य भारत में हालात मिले-जुले
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कहीं-कहीं अच्छी बारिश हुई है, जिससे खरीफ की बुवाई को राहत मिली है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अब भी मानसून की चाल धीमी बनी हुई है।
दक्षिण और पश्चिम भारत में बारिश का इंतजार
कर्नाटक, तेलंगाना और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में अब भी मानसून की सुस्ती बनी हुई है। मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्र में किसान मायूस हैं।
गुजरात और राजस्थान के बड़े हिस्सों में अब तक सामान्य से 40% तक कम बारिश दर्ज की गई है, जिससे जल संकट और खेती दोनों पर असर पड़ा है।
कृषि और अर्थव्यवस्था पर असर
असमय और असमान बारिश ने खरीफ फसलों की बुवाई पर प्रतिकूल असर डाला है। धान, मक्का, अरहर जैसी फसलें या तो जलभराव की शिकार हो गईं या बारिश के इंतजार में सूख रही हैं। इससे खाद्य आपूर्ति और महंगाई पर भी असर पड़ने की आशंका है।
मौसम विभाग का अलर्ट
IMD ने अगले 5 दिनों में उत्तर भारत और पूर्वोत्तर में और भारी बारिश की चेतावनी दी है, जबकि दक्षिण-पश्चिम भारत में कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है।
More Stories
विपक्ष ला सकता है सीईसी ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव
लातेहार में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के छात्रावास में आग, 25 छात्राएं बाल-बाल बचीं
लोकसभा में हंगामा, अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को दी चेतावनी