पुलिस टीम को 25 हजार का इनाम
संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की नेत्री नंदिनी राजभर हत्याकाण्ड का अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन डॉ. केएस प्रताप कुमार, पुलिस महानिरीक्षक बस्ती परिक्षेत्र आरके भारद्वाज के निर्देशन, पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता के मार्गदर्शन व अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह व क्षेत्राधिकारी कोतवाली खलीलाबाद ब्रजेश सिंह के पर्यवेक्षण में जनपद मे अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली खलीलाबाद रामकृपाल सिंह के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा मुकदमा अ.सं. 191/2024 धारा 302, 506, 120बी भादवि की जांच के दौरान प्रकाश में आए घटना में शामिल साहुल राजभर पुत्र राम अजोर निवासी ग्राम बनौली थाना बेलहर कला जनपद संत कबीर नगर को बघौली तिराहे से घटना में प्रयुक्त एक अदद आलाकत्ल हथौड़ी, एक अदद सैमसंग मोबाईल की बैटरी, टैंपर्ड ग्लास तथा मोबाईल की टूटी हुई स्क्रीन के टुकड़े, एक अदद एअरटेल कम्पनी की टूटी हुई सिम, एक अदद बैग जिसमें इस्तेमाली कपड़े, एक अदद कीपैड मोबाईल हीरो आदि बरामद करते हुए गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा बताया गया कि ग्राम डीघा थाना कोतवाली खलीलाबाद जनपद संत कबीर नगर के तेनू राजभर पुत्र झीनक राजभर से मेरी बड़ी बहन ममता की शादी हुई हैं। लगभग एक साल पहले मैने अपने बहनोई तेनू राजभर के घर में रहकर मेडिकल स्टोर चलाता था। डीघा गाँव की नन्दनी राजभर पत्नी अच्छे लाल राजभर भी मेरे पास दवा लेने के लिए आती थी। इस नाते उनसे मेरी जान पहचान हो गयी थी। हम लोगो का आपस में प्रेम संबन्ध हो गया था। मैने नन्दनी को जनपद बस्ती में बुलाकर एक अदद सैमसंग मोबाइल दिया था तथा कई बार में नन्दनी को कुल 26000 रूपया नगद भी दिया था। कुछ दिनो से नन्दनी मुझसे बातचीत नही कर रही थी। जब भी मैं फोन मिलाता था तो मुझसे बात करने से बचती थी तथा मुझे अंदेखा कर रही थी।
उसने आगे बताया कि जब मैं उसको फोन मिलाता था तो उसका फोन बराबर व्यस्त रहता था। इस बात को लेकर हम दोनो में वाद -विवाद होने लगा था। नन्दनी मेरे नम्बर को अक्सर ब्लाक कर देती थी । मैने 10 मार्च 24 को नन्दनी से अपना मोबाईल तथा 26000 हजार रपये की मांग किया। जिस पर नन्दनी ने मेरा मोबाईल तथा रुपया मुझे देने से इंकार करते हुए मुझे जेल भेजवाने की धमकी देने लगी। इस बात को लेकर उससे मेरी बहस हुई थी। इसी से नाराज होकर मै उस दिन नन्दनी के घर पर दिन के लगभग 02,:00 से 02:30 बजे के बीच में गया था। मैं उसके घर पर पहुँचा तो देखा कि नन्दनी अपने घर पर अकेली थी और अपने कमरे में बेड पर लेटकर अपने मोबाइल से किसी से बात कर रही थी। तब मैने अपने पास में रखे हुए हथौड़ी से नन्दनी राजभर के सर पर कई बार वार किया था। जब मुझे इत्मिनान हो गया कि वह मर चुकी है। तब मैं अपने बहनोई के घर आया वहा पर मैने अपना शर्ट बदलकर टी-शर्ट पहन लिया और हथौड़ी को पैंट की जेब मे रखकर उसे टी-शर्ट से छिपाकर मेहदावल बाईपास होते हुए पैदल आय़ा। नन्दनी की मोबाईल से सिम निकालकर उसे बाईपास के पास तोड़कर फेक दिया तथा हथौड़ी को अग्रवाल नेत्रालय के आगे नहर मे फेक दिया तथा पकड़े जाने से बचने के लिए उसके सैमसंग मोबाईल को भी राजघाट (दुर्गजोत रूधौली मार्ग) के पास नदी में तथा सड़क के किनारे अलग-अलग करके तोड़कर फेक दिया ।
हत्यारे को प्रभारी निरीक्षक राम कृपाल सिंह, एसओजी प्रभारी निरीक्षक सर्वेश राय, स्वाट प्रभारी एसआई विनोद यादव, साइबर थाना के एसई रमेश यादव, हेड कांस्टेबल राकेश गौड, कांस्टेबल कृष्णानन्द शाह, अंजीत पाल, सर्वेश मिश्रा, दीपक सिंह, अरविन्द यादव, अनिल कुमार साहनी, हेड कांस्टेबल बृज किशोर गुप्ता, कांस्टेबल वीर बहादुर यादव, अरूण कुमार हलवाई, शुभम सिंह, तथा सर्विलांस कर्मी कांस्टेबल ज्ञान सिंह व कांस्टेबल नितीश कुमार सम्मिलित रहे।
पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने गिरफ्तारी व बरामदगी हेतु पुलिस टीम के उत्साहवर्धन हेतु 25,000 रूपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की है।
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