13 जुलाई 2024 को होगा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन: जनपद न्यायधीश

संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जनपद न्यायधीश अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार 13 जुलाई 2024 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा।
उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में किसी भी न्यायालय अथवा विभागीय मामलों को सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित कराया जा सकता है। लोक अदालत में पक्षकार स्वयं उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र दे सकता है। लोक अदालत में सुलह योग्य फौजदारी मामले, दिवानी वाद, भरण पोषण वाद, मोटर अधिनियम वाद, स्टांप वाद/पंजीयन वाद, चकबंदी वाद, श्रम वाद, मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद, उपभोक्ता फोरम वाद, किराएदारी वाद, चेक बाउंस से संबंधित मामले, बैंक लोन मामले, उत्तराधिकार प्रमाण पत्र से संबंधित मामले, कराधान प्रकरण, बिजली चोरी से संबंधित शमनीय वाद, वन अधिनियम के मामले, पुलिस अधिनियम के अंतर्गत समनीय वाद, स्थाई लोक अदालत के मामले, गृह कर, जल कर, बाट माप अधिनियम के मामले, नगर पालिका, नगर निगम संबंधी मामले एवं स्थानीय विधियों के अंतर्गत सुलह योग्य वाद निस्तारित कराए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त वैवाहिक एवं पारिवारिक मामलों का भी निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किया जा सकता है। ऐसे पारिवारिक मामलों जो किसी न्यायालय में लंबित नहीं है वो प्री-लिटिगेशन स्तर पर पक्षकार द्वारा प्रार्थना पत्र देकर सुलह समझौते के माध्यम से निस्तारित कराया जा सकता है जिसका आदेश सिविल न्यायालय की डिग्री के समान होगा। इसके अतिरिक्त अभिवाक सौदेबाजी से भी फौजदारी मामलों का निस्तारण कराया जा सकता है। जनपद के समस्त सम्मानित जनमानस से अपील है की दिनांक 13 जुलाई 2024 को ज्यादा से ज्यादा संख्या में भाग लेकर आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में अपने वादों का निस्तारण कराते हुए सफल बनावे। किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जनपद न्यायालय संत कबीर नगर में संपर्क कर सकते हैं।

rkpNavneet Mishra

Recent Posts

डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने जारी किया समाधान दिवस का कैलेंडर

जनवरी से जून 2026 तक सम्पूर्ण समाधान दिवस का रोस्टर जारी, डीएम ने दिए सख्त…

19 minutes ago

धन, प्रेम, करियर और राजनीति तक का सटीक अंक ज्योतिष

🔢 अंक राशिफल 25 दिसंबर 2025: आज किस मूलांक वालों की बदलेगी किस्मत? धन, प्रेम,…

58 minutes ago

तुलसी पूजन दिवस: भारतीय संस्कृति, स्वास्थ्य और पर्यावरण चेतना का प्रतीक

नवनीत मिश्र भारतीय संस्कृति में तुलसी केवल एक पौधा नहीं, बल्कि आस्था, आयुर्वेद और पर्यावरण…

2 hours ago

महामना मदन मोहन मालवीय: राष्ट्रबोध, शिक्षा और संस्कृति का उज्ज्वल दीप

पुनीत मिश्र भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास केवल आंदोलनों और संघर्षों का विवरण नहीं है,…

2 hours ago

धर्मवीर भारती : प्रेम, प्रश्न और पहचान के लेखक

धर्मवीर भारती आधुनिक हिन्दी साहित्य के उन रचनाकारों में हैं, जिन्होंने लेखन को केवल सौंदर्यबोध…

2 hours ago