जय जगदंबे जय कात्यायनी माँ,
जगमाता सब जग की महारानी,
सब जग में है स्थान तुम्हारा माँ,
वरदात्री कात्यायनी तुम हो माँ।
नाम धाम हैं कई तुम्हारे माता,
सब स्थान सुखधाम तेरे हैं माँ,
ज्योति तुम्हारी घर मंदिर जलती,
योगेश्वरी की महिमा न्यारी माँ।
जगह जगह आरती करते माँ,
हर मंदिर में भक्त पधारें माँ,
कात्यायनी माँ रक्षक सबकी,
माया जाल मोह का काटें माँ।
झूठे फ़रेब छुड़ानेवाली माँ,
अपना नाम जपाने वाली माँ,
दिन प्रतिदिन माँ की पूजा करना,
ध्यान कात्यायनी माँ का धरना।
संकट दूर करेगी कात्यायनी माँ,
भंडारे भरपूर करेगी यह दुर्गा माँ,
आदित्य माँ को भक्त पुकार रहे,
कात्यायनी माँ सब कष्ट निवारे।
कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’
पंडित बृज नारायण मिश्र के अनुसार दैनिक चंद्र राशि भविष्यफल आज का दिन चंद्र गोचर…
🪔 18 अक्टूबर 2025 पंचांग: कार्तिक कृष्ण द्वादशी और धनतेरस विशेष – जानें शुभ मुहूर्त,…
लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा)। उत्तर प्रदेश में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के नाम पर बड़े…
जिले में अबतक संग्रहीत किये गये 65 नमूने बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)। त्यौहारों दीपावली, गोर्वधन…
बहराइच (राष्ट्र की परम्परा) । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव…
नकाबपोश हमलावरों ने बुजुर्ग की गला काटकर की बेरहमी से हत्या बहराइच (राष्ट्र की परम्परा)।…