महज संत नहीं एक सामाजिक विचार थे महात्मा राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा:विनोद

तीसरी पुण्य तिथि :उनके पद चिन्ह अनुकरणीय दस कट्ठा जमीन समाधि स्थल पर ग्रामीणोत्सव हेतु छोड़ने की बात कही

भाटपार रानी /देवरिया (राष्ट्र की परम्परा ) स्थानीय तहसील क्षेत्र अंतर्गत जगदीशपुर ग्राम में महात्मा राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा के तृतीय पुण्यतिथि कार्यक्रम मनाया गया जिसमें उनके पैतृक गांव में भारी संख्या में स्थानीय संभ्रांत जन एवं ग्राम वासी उपस्थित हुए। जिनमें भाजपा नेता एवं अधिवक्ता पूर्व जिला पंचायत सदस्य रवि सिंह कुशवाहा, तथा गणमान्य जन उपस्थित रहे। वहीं उपस्थित जन को संबोधित करते हुए पूर्व ग्राम प्रधान जगदीशपुर विनोद सिंह कुशवाहा ने कहा कि।महज एक व्यक्तित्व एवं संत ही नहीं महान विचार थे महात्मा राजेंद्र प्रसाद ऐसे लोग कभी विदा नहीं होते हैं। बल्कि लोगों के बीच उनके विचार समाज में अनुकरणीय एवं निरंतर विद्यमान रहते हैं, वहीं अधिवक्ता एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य तथा भाजपा नेता रवि प्रकाश सिंह कुशवाहा ने कहा कि महात्मा स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा एवं उनके विचार से सदैव समाज आलोकित होता रहेगा उनके इस तीसरी पुण्य तिथि पर स्मृति स्वरूप ग्राम वासियों के लिए ग्रामीणोत्सव हेतु समाधि स्थल पर दस कट्ठा जमीन खाली छोड़ना उनके ही पद चिन्ह पर चलने का एक सार्थक पहल है। जो जन जन में मानवता का संचार कर समाज हित में अपना योगदान समर्पित करने को जन जन को प्रेरित करेगा। महात्मा का जीवन सेवा, समर्पण और सामाजिक उत्थान उनके दूरदर्शिता का अहसास कराते हैं। जो बड़ी संख्या में वंचित, असहायों एवं कमजोरों के अधिकारों की रक्षा के लिए अपना समर्पित किए। कार्यक्रम में रामदयाल सिंह, वृजमोहन, जय सिंह, सुशील यादव एवं अन्य संभ्रांत जन तथा ग्राम वासियों ने सहभाग किए।

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