20 दिसंबर: वे जन्म जिन्होंने भारत के इतिहास, संस्कृति और राजनीति को दी नई दिशा
20 दिसंबर भारतीय इतिहास के पन्नों में एक विशेष महत्व रखता है। इस दिन राजनीति, साहित्य, खेल, कला और संस्कृति के क्षेत्र में देश को दिशा देने वाले कई महान व्यक्तित्वों का जन्म हुआ। इन व्यक्तियों ने अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देकर न केवल भारत बल्कि विश्व स्तर पर भी पहचान बनाई। आइए, 20 दिसंबर को जन्मे इन महान लोगों के जीवन, जन्म स्थान और देशहित में योगदान पर विस्तार से नजर डालते हैं।
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मोहित ग्रेवाल (जन्म: 20 दिसंबर 1999)
मोहित ग्रेवाल भारत के उभरते हुए पहलवान हैं। हरियाणा राज्य के रोहतक जिले में जन्मे मोहित ने कम उम्र में ही कुश्ती के क्षेत्र में अपनी पहचान बना ली। ग्रीको-रोमन शैली में विशेषज्ञ मोहित ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनका योगदान युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करता है और भारतीय कुश्ती को वैश्विक मंच पर मजबूती प्रदान करता है।
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के. एम. बीनू (जन्म: 20 दिसंबर 1980)
केरल के कन्नूर जिले में जन्मे के. एम. बीनू भारत के जाने-माने ट्रैक और फील्ड एथलीट हैं। उन्होंने लंबी दूरी की दौड़ में देश के लिए कई पदक जीते। एशियाई खेलों और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उनका प्रदर्शन भारतीय एथलेटिक्स के स्वर्णिम अध्याय का हिस्सा रहा है।
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त्रिवेंद्र सिंह रावत (जन्म: 20 दिसंबर 1960)
उत्तर प्रदेश के पौड़ी गढ़वाल (वर्तमान उत्तराखंड) में जन्मे त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के आठवें मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने राज्य में आधारभूत ढांचे, शिक्षा और प्रशासनिक सुधारों पर विशेष ध्यान दिया। उनका योगदान उत्तराखंड की राजनीतिक स्थिरता और विकास से जुड़ा रहा है।
राजकुमार सिंह (जन्म: 20 दिसंबर 1952)
बिहार में जन्मे राजकुमार सिंह भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ हैं। उन्होंने संगठनात्मक मजबूती और जनसेवा के माध्यम से पार्टी को जमीनी स्तर पर सशक्त किया। उनका राजनीतिक योगदान क्षेत्रीय विकास और जनहित से जुड़ा रहा है।
कैलाश शर्मा (जन्म: 20 दिसंबर 1949)
राजस्थान में जन्मे कैलाश शर्मा एक विशिष्ट हिंदी ब्लॉगर हैं, जिनकी रचनाओं का केंद्र “बच्चों का संसार” है। उन्होंने बाल साहित्य को नई दिशा दी और डिजिटल माध्यम से बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक सामग्री उपलब्ध कराई। उनका योगदान हिंदी ब्लॉगिंग और बाल साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय है।
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मदनलाल वर्मा ‘क्रान्त’ (जन्म: 20 दिसंबर 1947)
उत्तर प्रदेश में जन्मे मदनलाल वर्मा ‘क्रान्त’ हिंदी के सशक्त कवि और लेखक रहे। उनकी रचनाओं में सामाजिक चेतना, जनसंघर्ष और मानवीय संवेदनाएं प्रमुख रहीं। उन्होंने साहित्य के माध्यम से समाज को जागरूक करने का कार्य किया।
यामिनी कृष्णमूर्ति (जन्म: 20 दिसंबर 1940)
तमिलनाडु में जन्मी यामिनी कृष्णमूर्ति विश्वप्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना थीं। भरतनाट्यम और कुचिपुड़ी में उनकी अद्वितीय प्रस्तुति ने भारतीय नृत्य को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। उन्हें पद्म विभूषण सहित कई राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुए।
सुनील कोठारी (जन्म: 20 दिसंबर 1933)
राजस्थान में जन्मे सुनील कोठारी भारतीय नृत्य इतिहासकार, विद्वान और आलोचक थे। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय नृत्य पर गहन शोध किया और अनेक पुस्तकों के माध्यम से इस कला को दस्तावेज़ी रूप दिया। उनका योगदान नृत्य संस्कृति के संरक्षण में अमूल्य है।
रॉबिन शॉ (जन्म: 20 दिसंबर 1936)
रॉबिन शॉ एक प्रसिद्ध साहित्यकार थे, जिनकी रचनाओं में मानवीय भावनाएं और सामाजिक यथार्थ झलकता है। उन्होंने साहित्य के माध्यम से समाज को नई दृष्टि दी।
मोतीलाल वोरा (जन्म: 20 दिसंबर 1928)
राजस्थान के निंबाहेड़ा में जन्मे मोतीलाल वोरा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। वे मुख्यमंत्री, राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे। उनका राजनीतिक जीवन लोकतांत्रिक मूल्यों और संगठनात्मक नेतृत्व का उदाहरण रहा।
धनराज भगत (जन्म: 20 दिसंबर 1917)
पंजाब में जन्मे धनराज भगत एक प्रतिष्ठित मूर्तिकार और चित्रकार थे। उनकी कलाकृतियों में आधुनिकता और भारतीय परंपरा का सुंदर समन्वय दिखाई देता है। उन्होंने भारतीय आधुनिक कला को वैश्विक पहचान दिलाने में योगदान दिया।
गोकरननाथ मिश्र (जन्म: 20 दिसंबर 1871)
उत्तर प्रदेश में जन्मे गोकरननाथ मिश्र प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, नेता और न्यायविद थे। स्वतंत्रता आंदोलन और विधि क्षेत्र में उनका योगदान ऐतिहासिक महत्व रखता है।
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