December 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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गडकरी वाले बाबा के ऊसर में श्रद्धालुओं का सैलाब

ट्रस्टी मुन्ना भाई ने आरसीएफ पुलिस का माना आभार

मुम्बई(राष्ट्र की परम्परा)
चेंबूर के लोकप्रिय एवं आस्था के प्रतिक हजरत सैय्यद जलालुद्दीन शाह कादरी के उर्स मुबारक में श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिल रहा है। वाशीनाका के एल.यू. गडकरी मार्ग पर 5 से 11 फरवरी तक चलने वाले उर्स में सर्वधर्म संभाव का सहज ही मिसाल देखने को मिलेगा। आरसीएफ पुलिस के कड़े बंदोबस्त में चल रहे 6 दिवसीय उर्स मुबारक में श्रद्धालुओं द्वारा संदल चढ़ाने का सिलसिला जारी है। गडकरी वाले बाबा के नाम से प्रसिद्ध हजरत सैय्यद जलालुद्दीन शाह कादरी के उर्स में वडाला , शिवड़ी ,सायन , कुर्ला , चेंबूर , ट्रॉम्बे, शिवजी नगर , गोवंडी, पीएल लोखंडे मार्ग आदि परिसरों से पांचवें दिन तक तकरीबन 119 बड़े संदल श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जा चुके हैं।
गौरतलब है कि सैय्यद जलालुद्दीन शाह कादरी ट्रस्ट के ट्रस्टी सैय्यद गौस सिद्धिकी उर्फ़ मुन्ना भाई ने बताया कि, हर साल रजब के महीने में उर्स मुबारक का एहतमाम किया जाता है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि पिछले तीन पीढ़ियों से हम लोग बाबा की सेवा में हैं। लेकिन हमारे पूर्वजों के अनुसार इस दरगाह शरीफ की उम्र करीब 350 से 400 वर्ष पुरानी है। हजरत सैय्यद जलालुद्दीन शाह कादरी बाबा के मजार शरीफ पर बतौर मजवर मुन्ना भाई की तीन पीढ़ियां ख़त्म हो चुकी हैं और वे खुद चौथी पीढ़ी के हैं, उन्होंने बताया कि बाबा के मजार शरीफ पर आस्थावानों की कोई कमी नहीं है , यहां करनाटक ,गुलबर्गा , हैदराबाद आदि से भी श्रद्धालु उर्स मुबारक के मौके पर आते हैं। माना जाता है कि जिनकी मुरादें पूरी होती हैं ऐसे आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
संवाददाता ने उर्स में आई सिमरन देवी (काल्पनिक नाम ) से बात चीत की तो पता चला वो राजस्थान के उदय पुर से चेंबूर ,वाशीनाका स्थित गडकरी वाले बाबा के दरगाह पर चादर चढाने आईं हैं। सिमरन देवी हर साल उर्स मुबारक के मौके पर आतीं हैं। फिलहाल उनकी उम्र 50 से 55 की बीच होगी। शायद उनका कोई संतान नहीं था , लेकिन अब वो नाती -पोता वाली हैं। सिमरन देवी की कहानी काफी इंट्रेस्टिंग है। बहार हल ट्रस्टी सैय्यद गौस सिद्धिकी उर्फ़ मुन्ना भाई ने बताया कि इस मजार पर सबसे पहला चादर एच पी सी एल का हुआ करता था , इसके बाद पुलिस स्टेशन की चादर चढ़ाई जाती थी। इस बार आरसीएफ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी केदारी कृष्णा पवार और उनके मातहत अधिकारीयों के सहयोग से शांतिपूर्वक उर्स का पांचवा दिन बित रहा है। कयास लगाया जा रहा है कि छट्ठा दिन भी आरसीएफ पुलिस की तरफ से चादर पोशी की जाएगी।