Thursday, October 30, 2025
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पीएम आवास की सूची से नाम काटने वालों के विरुद्ध डीएम ने दिया जांच का आदेश

संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह ने जिले विकास खण्ड नाथनगर के ग्राम पंचायत नोक्ता में आवास विहीन गरीबों का नाम राजनैतिक विद्वेषवश पीएम आवास प्लस सूची से काटने वाले के विरुद्ध जांच करके मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार वृहस्पतिवार को जनता दर्शन में फरियादियों की गुहार पर सख्त हुए जिलाधिकारी श्री सिंह ने कार्यवाहक परियोजना निदेशक को तलब कर पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच का आदेश दिया है।
मामला नाथनगर ब्लॉक के ग्राम नोक्ता निवासी साधना पत्नी राजेश, सिंधू पत्नी संजय और बिहारी पुत्र चिरंजीव ने डीएम प्रेम रंजन सिंह के सामने पेश होकर अपने साथ हुए अन्याय को बयान किया। तो जिलाधिकारी भी ग्राउंड लेबल पर मौजूद जिम्मेदारों की करतूत से सन्न रह गए। ग्रमीण साधना पत्नी राजेश ने बताया कि गांव में रहने के लिए उनके पास झोपड़ी तक नहीं है। मकान गिर जाने के चलते वह पति और बच्चों के साथ मायके में रह कर जीवन यापन करने को विवश है। इनका कहना है कि पीएम आवास प्लस सूची से अपात्र बताते हुए नाम काट दिया गया। जबकि आईडी संख्या UP129274397 पर दर्ज था।

ग्राम पंचायत के प्रस्ताव और बीडीओ के अनुमोदन से काटा नाम
ग्रामीणों के आरोप के बाद जब उक्त पीएम आवास प्लस सूची से नाम हटाए जाने की पड़ताल की गई। तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। 08 सितंबर 2021 को ग्राम प्रधान चक्रधारी की अध्यक्षता और तत्कालीन पंचायत सचिव धर्मेंद्र यादव की उपस्थिति में ग्राम पंचायत की बैठक में पारित हुए प्रस्ताव में सूची में दर्ज 18 लाभार्थियों का नाम काटने की कार्रवाई की गई। प्रस्ताव पर सदस्य नेहा, राधा देवी, धनंजय, सुभाष चंद, राजू, भगवानदास, राम भवन, कलावती, अरविंद, अनोज और पवन के भी हस्ताक्षर है।
इसी बैठक के आधार पर गांव के 20 लोगों का नाम प्रधान चक्रधारी, सचिव राहुल यादव की सहमति और एडीओ को ऑपरेटिव तथा बीडीओ के अनुमोदन के बाद सूची से हटा दिया गया।
गंवई राजनीति में जब जिम्मेदार अधिकाररी और कर्मचारी पक्ष बन जाते हैं, तो शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ पात्रों को नही मिल पाता। हालात ऐसे हो जाते हैं कि आवास न होने के चलते पति और बच्चों के साथ मायके में रहने को विवश गरीब महिला को भी अपात्र बता कर योजना से वंचित कर दिया जाता है।

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