रायगढ़ के “चांभार गढ़” किले को प्रादेशिक पर्यटन और तीर्थ क्षेत्र “क “की श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग

मुंबई (राष्ट्र की परम्परा)। चर्मकार विकास संघ मुंबई प्रदेश के अध्यक्ष सुभाष मराठे निमगांवकर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर शिवराय के समय में जिला रायगढ़ तहसील महाड़ के अधीन आने वाले चांभार गढ़ किले को प्रादेशिक पर्यटन और तीर्थ क्षेत्र ” क” की श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग की है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में चर्मकार विकास संघ मुंबई के अध्यक्ष सुभाष मराठे निमगांवकर ने बताया कि शिवराय के समय में चांभार गढ़ किले पर आने वाले शत्रुओं को सर्वप्रथम चर्मकार योद्धाओं का सामना करना पड़ता था। चर्मकार योद्धाओं की वीरता और बहादुरी की मिशाल के कारण ही इस क्षेत्र का नाम चांभार खिंड’ पड़ा। मराठे के अनुसार रायगढ़ महाड के चांभार खिंड किले के पास हर साल हजारों चर्मकार समाज के लोग इकट्ठा होते हैं। इसी तरह भीमा-कोरेगांव में विजयस्तंभ के प्रतीक का अभिवादन करने के लिए दलित समाज के लाखों लोग आते हैं। इसी तरह चांभार गढ़ चर्मकार समाज की वीरता एवं अस्मिता का प्रतीक है। इस कारण चांभार गढ़ किले को प्रादेशिक पर्यटन एवं तीर्थ स्थल ‘सी’ समूह में सम्मिलित किए जाने की मांग राज्य के मुख्यमंत्री से चर्मकार विकास संघ मुंबई के अध्यक्ष सुभाष मराठे निमगांवकर, पूर्व नगरसेविका आशा ताई मराठे द्वारा की गई है।

Karan Pandey

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