Friday, December 26, 2025
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गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा में बेटियों की धाक

13 स्नातक और 22 परास्नातक कोर्सेज में छात्राओं ने किया टॉप

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंगलवार को स्नातक एवं परास्नातक पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाओं का परिणाम व उत्तर कुंजी जारी कर दी। इस बार भी अधिकांश पाठ्यक्रमों में बेटियों ने बाजी मारी है। बीए से लेकर बीकॉम, बीएससी, बीटेक, बीफार्मा, बीसीए, बीबीए और एलएलबी तक में छात्राओं का दबदबा रहा।
विश्वविद्यालय की ओर से ऑनलाइन काउंसलिंग की प्रक्रिया 24 जुलाई से शुरू होगी, जो 26 जुलाई तक चलेगी। इसी दौरान अभ्यर्थी अपनी चॉइस लॉक कर सकेंगे। वहीं एमएड प्रवेश परीक्षा का परिणाम 25 जुलाई को घोषित किया जाएगा।
इस वर्ष विश्वविद्यालय के 18 स्नातक पाठ्यक्रमों में से 13 में और 26 परास्नातक विषयों में से 22 में छात्राओं ने टॉप किया है। यह प्रदर्शन पूर्वांचल में शिक्षा के प्रति बेटियों की निष्ठा और जागरूकता का प्रमाण माना जा रहा है।
अभ्यर्थी विश्वविद्यालय के पोर्टल www.dduguadmission.in पर जाकर परिणाम बटन पर क्लिक करके फॉर्म नंबर और जन्मतिथि दर्ज कर अपना रिजल्ट देख सकते हैं।
प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा के अनुसार इस सत्र में 72 पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन मांगे गए थे, जिनमें से 44 कोर्सेज के लिए परीक्षा आयोजित हुई। इनमें 25 परास्नातक और 16 स्नातक कोर्स शामिल रहे। शेष 27 पाठ्यक्रमों में सीटों से कम आवेदन आने के चलते 18 जुलाई से सीधा प्रवेश प्रारंभ कर दिया गया।
जारी परिणाम के अनुसार बीए ऑनर्स – सोनाली गुप्ता, बी.ए.जेएमसी – खुशी, बीएससी कृषि – सर्वेश मिश्रा, बीएससी बायो – विश्व दीपक उपाध्याय, बीएससी मैथ्स – शान्वी चौधरी, बीएससी एमएलटी – आयुषी गुप्ता, बीटेक – प्रतिष्ठा गुप्ता, बीए एलएलबी – प्रखर त्रिपाठी, बीबीए – तस्मिया नूर, बीसीए (मशीन लर्निंग व डेटा साइंस) – अयान खान, बीकॉम (बैंकिंग व इंश्योरेंस) – सर्विका सिंह, बीकॉम ऑनर्स – विभा सिंह, बी फार्मा – अर्चना सिंह, डी फार्मा – नितिन गुप्ता, एलएलबी – नेमा यादव, बीसीए – तस्या मौर्य और बीपीटी – आकांक्षा जायसवाल की टॉपर है।
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि समर्थ पोर्टल के माध्यम से सबसे पहले प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर विश्वविद्यालय ने न केवल समयबद्धता दिखाई, बल्कि सबसे पहले परिणाम जारी कर नई कार्यसंस्कृति की मिसाल पेश की है। बेटियों का यह प्रदर्शन शिक्षा के प्रति समाज के सकारात्मक रुझान को दर्शाता है।

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