जब सड़क खेत बन गई तो धान ही सही
सिकंदरपुर /बलिया (राष्ट्र की परम्परा)। सरकार की उदासीनता और टूटी सड़कों पर बहरी चुप्पी के खिलाफ गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध जताने का अनोखा तरीका अपनाया। सिकंदरपुर बस स्टेशन चौराहे से मालीपुर मार्ग पर सड़कों की बदहाली को उजागर करने के लिए कार्यकर्ताओं ने सड़क को खेत में तब्दील कर उसमें बाकायदा धान की रोपाई कर दी। इस विचित्र लेकिन प्रभावशाली प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस नेता धीरेंद्र आनंद मिश्रा ने की। कार्यकर्ताओं सड़क पर पानी भरा था , फिर उसमें धान रोपाई कर डाली। यह दृश्य वहां से गुजर रहे राहगीरों और स्थानीय लोगों के लिए एक तमाशा नहीं, चेतावनी बन गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा, “यह सड़क महीनों से खुदी पड़ी है। अधिकारी और जनप्रतिनिधि आंख मूंदे बैठे हैं। आये दिन लोग गिरते-पड़ते हैं, लेकिन मरम्मत की सुध तक नहीं ली जा रही।” इस अवसर पर ब्लॉक अध्यक्ष मनियर अभिषेक पाठक, नवानगर अध्यक्ष अवधेश राम, चंद्रदीप ब्लॉक अध्यक्ष वंश बहादुर राम, इस्लाह रहमान, राकेश चौहान, नन्हे मिश्रा, पिंटू, बाबू अली समेत दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।कार्यकर्ताओं ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “जब सड़क खेत बन ही गई है तो क्यों न धान ही बो दिया जाए। शायद इसी बहाने सरकार की आंख खुले!” स्थानीय नागरिकों ने भी इस कदम का समर्थन करते हुए कहा कि “सरकार तभी जागती है जब कोई सड़क हादसे में जान जाती है या फिर जब जनता व्यंग्य को हथियार बना ले। अगर ऐसे जनांदोलन न हों, तो अफसरों को फाइलों से फुर्सत कहां?” अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह “धान-आंदोलन” सरकारी नींद तोड़ने में सफल होता है या सड़क यूं ही दलदल बनी रह जाएगी
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