उतरौला/बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा)12 अक्टुबर…
बाढ़ की चपेट में उतरौला तहसील क्षेत्र ग्राम बौड़िहार, रसूलाबाद, टेढ़वा तप्पा बांक, गोनकट, हसनगढ़, डुढ़ुहिया,मस्जिदिया, कंचनपुर, गोवर्धनपुर, परसौना, चिचुहड़ी सहागियां, नंदौरी, भरवलिया, हासिम पारा, छितरपारा, पाला पाली, मटयरिया कर्मा, मिलौली बाघाजोत, मोहनजोत, गुरुदयाल डीह, अल्लीपुर बुजुर्ग, बभन पुरवा, महुआ धनी, बरायल, कटरा, बारम, फत्तेपुर, रुस्तम नगर, कोहिनिया, उपरौहौला, कर्मा, पिपरा एकडंगा, रसूलपुर, राजापुर, पनवापुर समेत सैकड़ा भर गांव आ गए हैं। नदी से बाहर निकले पानी ने रास्तों को जलमग्न कर दिया है। जबकि खेतों में खड़ी किसानों की सैकड़ों एकड़ फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। पुलिस प्रशासन के लोग ग्रामीणों को नदी व बाढ़ वाले रास्ते की ओर जाने से रोक रहे हैं। राप्ती नदी के पानी ने तबाही मचा रखा है। मंगलवार रात राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से पिपरा घाट मार्ग से पानी होता हुआ उतरौला नगर कर्बला के पास मुख्य मार्ग पर आ गया है। नदी के किनारों से बाहर निकला पानी किसानों की खड़ी फसलों को बर्बाद कर रहा है। एक सप्ताह बीतने के बाद भी बाढ़ का पानी गांव, रास्तों व खेतों में कहर बरपा रहा है। क्षेत्र के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। गांव से शहर आने वाले रास्ते जलमग्न हो चुके हैं। लोगों के सामने पीने के लिए साफ पानी व खाने के लिए भोजन की क्या उत्पन्न हो गई है। जानवरों के चारे के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है। खेतों में खड़ी धान, सब्जियां, दलहन, गन्ना, सरसो की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। सूखे की मार झेल रहे किसानों को बाढ़ के पानी ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। किसानों के सामने अगला समय काफी संकट भरा होने वाला है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संक्रामक बीमारी फैलने ना पाए इसके लिए स्वास्थ्य महकमा लगातार भ्रमण कर दवाइयां वितरित कर रहा है। क्षेत्रीय विधायक राम प्रताप वर्मा ने नांव से कई गांव का भ्रमण कर लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध करवाई है।
विधायक राम प्रताप वर्मा ने उतरौला क्षेत्र के दर्जनों बाढ़ प्रभावित गांव में बाढ़ राहत कार्यों का निरीक्षण किया। बाढ़ प्रभावित गांव के भ्रमण के दौरान विधायक राम प्रताप वर्मा ने ग्रामवासियों से बात कर उनकी समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुना।
और संबंधित अधिकारियों को समस्या का शीघ्र समाधान हेतु निर्देशित किया। विधायक ने ग्रामीणों से कहा कि इस आपदा के समय में सभी को धैर्य से काम लेना होगा। सरकार हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। किसी भी व्यक्ति को कोई समस्या हो वह कभी भी हम से संपर्क कर सकता है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ खत्म हो जाने के बाद
फसलों के नुकसान का आकलन राजस्व विभाग की टीम द्वारा कराया जाएगा और नुकसान हुई फसलों का उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।
संवाददाता बलरामपुर…
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