Tuesday, December 23, 2025
Homeउत्तर प्रदेशडीएम ने मेडिकल कॉलेज में डेंगू व उसे जुड़ी तैयारियों का लिया...

डीएम ने मेडिकल कॉलेज में डेंगू व उसे जुड़ी तैयारियों का लिया जायजा

देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कर डेंगू के इलाज एवं उससे जुड़ी तैयारी का जायजा लिया। उन्होंने डेंगू मरीजों को निर्धारित मानक के मुताबिक चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के बारे में निर्देश दिए।
जिलाधिकारी मेडिकल कॉलेज के डेंगू वार्ड पहुंचे, जहां 09 मरीज भर्ती मिले। उन्होंने मरीजों एवं उनके तीमारदारों से बात की और अस्पताल में मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं एवं दवा की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की। डीएम ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में 30 बेड का डेडीकेटेड डेंगू वार्ड बनाया गया है। मेडिकल कॉलेज में डेंगू जांच की कंफर्मेटरी टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है। जनपद में 18 अक्टूबर तक डेंगू के 149 सूचित मरीज मिले हैं, जिनमें से 121 की मरीजों को डेंगू की पुष्टि हुई। सभी मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। मरीजों को मच्छरदानी के अंदर रखा गया है और उन्हें हल्का भोजन दिया जा रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि डेंगू के मरीज 5 से 7 दिन में स्वस्थ्य होकर घर जा रहे हैं।

जिलाधिकारी ने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए पर्याप्त सतर्कता बरती जा रही है। सभी नगर निकायों द्वारा रोस्टरवार फॉगिंग की जा रही है। जलभराव एवं मच्छरों के पनपने वाले स्थानों पर एंटी लार्वा दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है। नगर विकास विभाग ने फॉगिंग से जुड़ी शिकायतों के निस्तारण के लिए टॉल फ्री नंबर 1533 जारी किया है, जहां नागरिक फॉगिंग, नगर निकाय में साफ-सफाई से जुड़ी शिकायतों को दर्ज करा सकते हैं। डीएम ने कहा कि एंटी लार्वा दवा और फॉगिंग न होने की दशा में लोग कलेक्ट्रेट में स्थापित कंट्रोल रूम के समाधान नंबर 05568-222261 एवं 225351 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। डीएम ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के लिए जारी व्हाट्सएप नंबर 8090445060 पर भी सफाई से जुड़ी समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा है।

डीएम ने कहा कि मौसम परिवर्तन के कारण मच्छर जनित बीमारी डेंगू, चिकनगुनिया एवं मलेरिया की रोकथाम के लिए जनपदवासियों से विशेष एहतियात बरतने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि डेंगू के लिए जिम्मेदार टाइगर प्रजाति के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। गहरे बर्तनों, गमलों, कूलर में यदि पानी इकट्ठा हो तो उसे साफ कर लें। बच्चे एवं बड़े पूरी बांह के शर्ट एवं फुल पैंट का प्रयोग करें। सोते समय मच्छरदानी लगाएं। उन्होंने कहा कि तेज सिरदर्द एवं बुखार के साथ मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना एवं उल्टी, आंखों में दर्द जैसे लक्षण दिखे तो तत्काल नजदीक के प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जांच कराकर इलाज कराएं। अस्पताल में निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है।

इस दौरान सीएमओ डॉ. राजेश झा, सीएमएस डॉ. डॉ एचके मिश्रा सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments