देवरिया (राष्ट्र की परंपरा)। जिले में सोमवार को दस्तक अभियान का शुभारंभ हुआ। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राजेश झा ने उमानगर के राजेंद्र चौक स्थित आंगनबाड़ी सेंटर पर फीता काटकर अभियान की शुरुआत की। अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर दस्तक देकर बुखार, खांसी, जुकाम, क्षय रोग, फाइलेरिया, कालाजार के लक्षण वाले मरीजों को चिह्नित करेंगी।
सीएमओ ने बताया कि 31 अक्टूबर तक चलने वाले अभियान के तहत जिले में सभी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार, खांसी, जुकाम, मलेरिया, चिकनगुनिया, क्षय रोग, फाइलेरिया, कालाजार के लक्षण वाले मरीजों सहित कुपोषित बच्चे की सूची तैयार करेंगी। जिले में कुल 2700 आशा कार्यकर्ताओं की टीम है। एक आशा को रोजाना 15 घरों की स्क्रीनिंग करने का लक्ष्य दिया गया है। सभी मरीजों का नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपचार कराया जाएगा। सीएमओ ने कहा कि लोगों तक यह संदेश पहुंचाना है कि नालियों में पानी जमा न होने दें, झाड़ियों की सफाई करें, घर में भी कहीं साफ पानी जमा न होने दें, हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखें, शौचालय का प्रयोग करें, बच्चों को भी स्वच्छता व्यवहार सिखाएं और किसी भी प्रकार का बुखार हो तो अस्पताल के चिकित्सक से ही इलाज कराएं । बुखार के लक्षण दिखने पर आशा कार्यकर्ता की मदद से या स्वयं 108 नंबर एम्बुलेंस पर फोन कर उसके साथ ही अस्पताल जाएं। अपने मन से दवा का सेवन नहीं करना है।
इस मौके पर अर्बन नोडल अधिकारी डॉ आरपी यादव, एचईओ रुद्रपुर लालबचन चौधरी, एएनएम गुड़िया सहित आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहीं।
चालीस हजार से अधिक लोगों की हुई थी बुखार की जाँच
डीसीपीएम राजेश गुप्ता ने बताया कि जुलाई माह में चले दस्तक अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा 40326 लोंगो की बुखार ट्रैकिंग की गई, जिसमें 38840 लोगों की मलेरिया की जाँच कराई गई थी । इसके साथ ही 4892 संभावित लोगों की टीबी की जाँच कराई गई थी।
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