Thursday, October 16, 2025
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सहज सरल भाषा है यह हिंदी संस्कृति का सम्मान है – गिरिधर करुण

सलेमपुर/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)हिंदी दिवस के अवसर पर सलेमपुर कस्बा में हुआ काव्य गोष्ठी का आयोजन
सलेमपुर, देवरिया। क्षेत्र के कस्बा सलेमपुर में वृहस्पतिवार को देर शाम हिंदी दिवस के अवसर पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कवि एवं साहित्यकार गिरिधर करुण ने अपनी रचना के माध्यम से हिंदी के महत्व का वर्णन करते हुए कहा कि” सहज सरल भाषा यह हिंदी संस्कृति का सम्मान है”।गोष्ठी के मुख्य अतिथि सेंट जेवियर्स के प्रधानाचार्य वीके शुक्ल ने कहा कि आज हिंदी के विकास के लिए सरकार से लेकर साहित्यकार, राजनेता तक लगातार प्रयत्नशील हैं लेकिन जो उचित स्थान इस भाषा को मिलना चाहिए वह नही मिल पा रहा है। शिक्षक व कवि अरुण शर्मा ने अपनी रचना “घर लुटा है ईमान अभी बाकी है, इश्क के वास्ते सामान अभी बाकी है”सुनाकर वाहवाही लूटी।सलेमपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन सुधाकर गुप्त ने कहा कि आज हिंदी भाषी क्षेत्र में ही लोग हिंदी की उपेक्षा कर रहे हैं, इस पर लगाम लगाने की आवश्यकता है। कांग्रेस के जिला सचिव डॉ धर्मेन्द्र पांडेय ने कहा कि हिंदी भारतीय संस्कृति व सभ्यता की जननी है, इसका सम्मान राष्ट्र का सम्मान है।कवि राजेश्वर द्विवेदी ने अपनी रचना “करती है सम्मान सुहागन जो सुहाग की बिंदी का,वैसे ही सम्मान करें हम अपनी प्यारी हिंदी का” सुनाकर हिंदी के महत्व को बताया।कवि नंद जी नंदा ने “मातृभूमि मेरी सम्पन्नता की भूमि है” सुनाया।गोष्ठी को सरदार दिलावर सिंह, संजय मिश्र,सत्यम पांडेय, आनंद गुप्त,समरजीत सिंह आदि ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता कवि गिरिधर करुण व संचालन संजय मिश्र ने किया।कार्यक्रम देर रात तक चला।

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