
विदेशी राजनयिक बनकर करता था धोखाधड़ी, चार डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी गाड़ियां बरा
लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए गाजियाबाद के कवि नगर क्षेत्र में संचालित एक फर्जी दूतावास का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में आरोपी हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया गया है, जो कथित रूप से किराए के मकान से “वेस्ट आर्कटिक दूतावास” चला रहा था।
एडीजी कानून व्यवस्था, यूपी, प्रशांत कुमार ने बताया कि नोएडा यूनिट की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। जांच के दौरान पता चला कि हर्षवर्धन जैन खुद को वेस्ट आर्कटिका, सबोरगा, पोल्विया, और लोदोनिया जैसे गैर-मान्यता प्राप्त देशों का राजदूत या काउंसलर बताकर लोगों को गुमराह करता था।
हर्षवर्धन के कब्जे से चार डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी गाड़ियां भी बरामद की गई हैं, जिनका इस्तेमाल वह खुद को राजनयिक साबित करने के लिए करता था। इसके अलावा उसके पास से कई फर्जी दस्तावेज, मुहरें, लेटरहेड, विदेशी दूतावास जैसी तख्तियां और पहचान पत्र भी बरामद हुए हैं।
फर्जीवाड़े का मकसद
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी इन फर्जी पहचान का इस्तेमाल प्रभाव और छूट पाने के लिए करता था। वह सोशल सर्कल में खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर का डिप्लोमैट और राजनयिक बताकर न सिर्फ लोगों को भ्रमित करता था, बल्कि विभिन्न लाभ भी हासिल कर रहा था।
आरोपी के नेटवर्क की जांच जारी
एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, यह जांच अभी शुरुआती स्तर पर है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या आरोपी का कोई अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क है। उसके डिजिटल उपकरणों की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है।
गंभीर धाराओं में दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने हर्षवर्धन जैन के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज बनाना और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
एडीजी का बयान
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया, “यह घटना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी संबंधों से जुड़े गंभीर मसले भी खड़े करती है। आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”