किसान महासभा के प्रदेश मंत्री मनोनीत हुए सियाशरण पान्डेय

राजापाकड़। कुशीनगर

(राष्ट्र की परम्परा)

राष्ट्रीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम आशीष राय जी के निर्देश पर राधे मोहन राय प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय किसान सभा नें सियाशरण उर्फ सप्पू पांडे पूर्व जिला अध्यक्ष राष्ट्रीय किसान सभा को प्रदेश मंत्री पद पर मनोनीत किया है, इनके मनोनयन पर तमाम किसान नेताओं ने बधाई दी है।
पाण्डेय द्वारा राष्ट्रीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष के रूप मे नहर, सड़क, कोल्ड स्टोरेज, अतिवृष्टि से गन्ना धान के फसलों की नुकसान पर सदैव संघर्ष करते हुए राष्ट्रीय किसान सभा के माध्यम से किसानों के लिए मजबूत संगठन के रूप मे पहचान बनाई।अपने किए गए नैतिक कर्त्तव्यों के फलस्वरूप संगठन ने उक्त जिम्मेदारी दी है।एक संक्षिप्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पाण्डेय ने बताया की शीर्ष नेतृत्व द्वारा जो जिम्मेदारी दी गई है उसके क्रम में किसानों के हित में मेरा संघर्ष हमेशा जारी रहेगा।उन्होंने कहा की आज किसान असंगठित होने के कारण उपेक्षित है,प्राकृतिक आपदा का दंश, महगाई की मार , समुचित प्रबंधन का आभाव ,और सरकार के काले कानून के वजह से परेशान है ,एक तरफ पूंजीवादी कार्पोरेट घरानों की गिद्ध दृष्टि किसानों के तरफ है,और सरकारी मशीनरी का भरपूर लाभ लेते हुए किसानों का शोषण करने पर आमादा है,ऐसे में हम सभी किसान को जागरूक होकर संगठित होने की आवश्यकता है।
इनके मनोनयन पर राष्ट्रीय अध्यक्ष रामाशीष राय, सुनिल शास्त्री पूर्व सांसद , अरुण कुमार सिह पूर्व सांसद, भीमनाथ राय ,अरविंद सिंह, सिंहासन प्रसाद गुप्त, राघवेंद्र राव, सत्यदेव पांडे, छेदी शर्मा ,के कुमार, जितेंद्र पांडे लोकतंत्र सेनानी आदि लोगों ने बधाई दी है।

Editor CP pandey

Recent Posts

भारतीय संस्कृति की आत्मा: गायत्री मंत्र में निहित चेतना, विवेक और नैतिक शक्ति

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। भारतीय संस्कृति केवल रीति-रिवाजों, पर्व-त्योहारों और अनुष्ठानों तक सीमित नहीं है,…

52 seconds ago

रक्त से आगे संस्कारों का रिश्ता: माता-पिता और पुत्र के अटूट बंधन से गढ़ता है समाज का भविष्य

— डॉ. सतीश पाण्डेयमहराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। माता-पिता और पुत्र का रिश्ता केवल जन्म से…

7 minutes ago

संस्कार से सिस्टम तक भटकाव: मूल्यों के अभाव में असंतुलित होता समाज

— कैलाश सिंहमहराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। आज का समाज एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है,…

13 minutes ago

सेवानिवृत्ति से पहले आदेशों की अनदेखी, वन विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। सोहगीबरवां वन्यजीव प्रभाग में विभागीय अनुशासन और आदेशों के पालन को…

19 minutes ago

लोकतंत्र केवल शासन-प्रणाली नहीं, बल्कि हर नागरिक का जीवंत दायित्व है

— चंद्रकांत सी. पूजारी, गुजरात लोकतंत्र को अक्सर एक राजनीतिक व्यवस्था के रूप में देखा…

25 minutes ago

मनरेगा का खात्मा संविधान के नीति-निर्देशक सिद्धांतों पर बुलडोजर

बृन्दा करात/ संजय पराते केंद्र सरकार ने संसद में अपने बहुमत का इस्तेमाल करके महात्मा…

34 minutes ago