पारिवारिक कलह से तंग आकर विवाहिता ने फांसी लगाकर दी जान

ससुरालीजनों पर मायके वालों ने दहेज मांगने का लगाया आरोप

विवाहिता ने अपनी मासूम पुत्री के साथ आत्महत्या की

बलिया(राष्ट्र की परम्परा)

उभांव थाना क्षेत्र के करनी गांव में पारिवारिक कलह से तंग आकर रविवार की रात एक विवाहिता ने अपनी मासूम पुत्री के साथ गले में फांसी का फंदा डाल जान दे दी। घटना की जानकारी सोमवार की सुबह परिजनों को हुई। सूचना पाते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बताया जाता है कि करनी निवासी रामकेवल की शादी वर्ष 2021 में सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के डूहा बिहरा नारायणपुर निवासिनी सरिता वर्मा (30) के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के दो वर्ष बाद से ही ससुरालीजन को दहेज को लेकर विवाहिता को प्रताड़ित करते रहे। पति-पत्नी के बीच मनमुटाव इतना बढ़ गया था कि मामले की पंचायत थाने पर हुई थी, लेकिन विवाद बना रहा। रविवार की रात सरिता ने अपनी 16 माह की मासूम पुत्री खुशबू के साथ गले में फांसी का फंदा डाल खुदकुशी कर ली। घटना की जानकारी होने के बाद नायब तहसीलदार दीपक सिंह की मौजूदगी में पुलिस ने दरवाजा तोड़ कमरे में फांसी के फंदे से लटकी विवाहिता के शव को नीचे उतरवाया। मृतका गर्भवती थी। इस प्रकार एक साथ तीन जानें चली गई। इस बाबत उभांव एसएचओ विपिन सिंह ने बताया कि विवाहिता ने अपनी मासूम पुत्री के साथ आत्महत्या कर लिया। जिनके शव को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। बताया कि मामले में अभी कोई तहरीर नहीं मिली है।

rkpnews@desk

Recent Posts

गोरखपुर में 8 अपराधियों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज

गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा)। जनपद में संगठित अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए चलाए जा…

9 minutes ago

बरियारपुर में खूनी संघर्ष का खुलासा: चार आरोपी गिरफ्तार, दो की हालत गंभीर

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। भिटौली थाना क्षेत्र के बरियारपुर गांव में पुरानी रंजिश को लेकर…

14 minutes ago

बलिया में चखना दुकानदार की गोली मारकर हत्या, इलाके में दहशत, दो टीमें गठित

बलिया (राष्ट्र की परम्परा)। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में बुधवार रात सनसनीखेज वारदात सामने…

40 minutes ago

भारतीय संस्कृति की आत्मा: गायत्री मंत्र में निहित चेतना, विवेक और नैतिक शक्ति

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। भारतीय संस्कृति केवल रीति-रिवाजों, पर्व-त्योहारों और अनुष्ठानों तक सीमित नहीं है,…

47 minutes ago

रक्त से आगे संस्कारों का रिश्ता: माता-पिता और पुत्र के अटूट बंधन से गढ़ता है समाज का भविष्य

— डॉ. सतीश पाण्डेयमहराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। माता-पिता और पुत्र का रिश्ता केवल जन्म से…

52 minutes ago

संस्कार से सिस्टम तक भटकाव: मूल्यों के अभाव में असंतुलित होता समाज

— कैलाश सिंहमहराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। आज का समाज एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है,…

59 minutes ago