बरहज/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)। देवरिया में नागरी प्रचारिणी सभा में रविवार, 21 सितंबर को एक महत्वपूर्ण साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर कवि रामेश्वर प्रसाद यादव द्वारा रचित काव्य पुस्तक “हरि दर्शन” का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य बातें
कार्यक्रम का शुभारंभ कवि रमेश तिवारी ‘अनजान’ की वाणी वंदना और सरोज पाण्डेय के अतिथि स्वागत भाषण से हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि बरहज गौरा नगर पालिका अध्यक्षा श्वेता जायसवाल ने पुस्तक से आवरण हटाकर इसका विमोचन और लोकार्पण किया।
कवि रामेश्वर प्रसाद यादव ने इस अवसर पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने देवरिया की धरती पर जन्मे महान कवि मोती बी.ए. से प्रेरणा लेकर यह काव्य संग्रह लिखा है, जिसे वह इसी धरती को समर्पित करते हैं। उन्होंने यह पुस्तक अपनी पत्नी को समर्पित करते हुए एक भावुक कविता भी सुनाई।
‘हरि दर्शन’ की सराहना
मुख्य अतिथि श्वेता जायसवाल ने कवि रामेश्वर प्रसाद यादव की सराहना करते हुए कहा कि साहित्य समाज की सबसे बड़ी पूँजी है और रामेश्वर जैसे लोग इसके सच्चे रक्षक हैं। उन्होंने कहा कि “हरि दर्शन” में लोक परंपरा और जनहित से जुड़ी रचनाएं हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मार्गदर्शक का काम करेंगी।
नागरी प्रचारिणी सभा के अध्यक्ष इंद्र कुमार दीक्षित ने बताया कि “हरि दर्शन” समसामयिक घटनाओं के साथ-साथ लोक संस्कृति के घटकों का एक सुंदर संग्रह है। सभा के मंत्री डॉ. अनिल कुमार त्रिपाठी ने सभी अतिथियों और उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सफल संचालन संज्ञा यादव ने किया।
इस मौके पर जितेंद्र प्रसाद तिवारी, सरोज पाण्डेय, आर. पुलस्तेय, सौदागर सिंह, विक्की तिवारी, संतोष यादव, के.डी. यादव, नित्यानंद यादव सहित कई साहित्य प्रेमी और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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