22 दिसंबर : इतिहास के पन्नों में दर्ज बदलाव, संघर्ष और सृजन की अमिट गाथा
22 दिसंबर का दिन विश्व और भारतीय इतिहास में अनेक ऐसे निर्णायक क्षणों का साक्षी रहा है, जिन्होंने राजनीति, विज्ञान, संस्कृति, समाज और मानव अधिकारों की दिशा को नई राह दी। यह दिन कहीं सत्ता परिवर्तन का प्रतीक बना, कहीं वैज्ञानिक उपलब्धियों का, तो कहीं कला, संगीत और विचारधारा के अमर योगदान को स्मरण करने का अवसर। आइए, 22 दिसंबर की प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं पर क्रमवार विस्तार से प्रकाश डालते हैं—
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2010 – अमेरिकी सेना में समलैंगिकों के लिए नया अध्याय
22 दिसंबर 2010 को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने “डोंट आस्क, डोंट टेल” नीति को समाप्त करने वाले कानून पर हस्ताक्षर किए। इस ऐतिहासिक फैसले से अमेरिकी सेना में समलैंगिक नागरिकों के लिए खुले तौर पर सेवा करने का मार्ग प्रशस्त हुआ। यह निर्णय मानव अधिकारों, समानता और आधुनिक लोकतांत्रिक मूल्यों की दिशा में एक बड़ा कदम माना गया, जिसने दुनिया भर में LGBTQ+ समुदाय को नई पहचान और सम्मान दिया।
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2008 – सशस्त्र बलों के वेतन सुधार की दिशा में पहल
भारत में सशस्त्र बलों के वेतन में विसंगतियों को दूर करने के उद्देश्य से गठित मंत्रियों के समूह ने 22 दिसंबर 2008 को तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को अपनी रिपोर्ट सौंपी। यह रिपोर्ट सैनिकों के हित, मनोबल और न्यायसंगत वेतन संरचना को सुनिश्चित करने के लिए अहम मानी गई। इस पहल ने रक्षा बलों की कार्यसंस्कृति में संतुलन लाने का प्रयास किया।
2007 – यूरोप की अंतरिक्ष सफलता
फ्रेंच गुआना स्थित गौस अंतरिक्ष केंद्र से 22 दिसंबर 2007 को एरियन रॉकेट का सफल प्रक्षेपण हुआ। इस रॉकेट ने अंतरिक्ष कक्षा में दो उपग्रह स्थापित कर यूरोप की अंतरिक्ष तकनीक की विश्वसनीयता और क्षमता को सिद्ध किया। यह घटना वैश्विक अंतरिक्ष प्रतिस्पर्धा में यूरोप की मजबूत उपस्थिति को दर्शाती है।
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2006 – भारत-पाक सहयोग की नई कोशिश
22 दिसंबर 2006 को भारत और पाकिस्तान ने स्थानीय निकायों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए एक संयुक्त कार्यदल का गठन किया। यह पहल दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली और जमीनी स्तर पर प्रशासनिक अनुभव साझा करने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास थी, जो दक्षिण एशिया में शांति की संभावनाओं को मजबूत करती है।
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2005 – सद्दाम हुसैन पर मुकदमे की मांग
ईरान ने 22 दिसंबर 2005 को इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन पर रासायनिक हथियारों के प्रयोग से हजारों ईरानियों की हत्या के आरोप में मुकदमा चलाने की मांग की। यह मांग अंतरराष्ट्रीय कानून, युद्ध अपराध और मानवता के विरुद्ध अपराधों पर वैश्विक विमर्श को और तेज करने वाली साबित हुई।
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2002 – नशीली दवाओं के खिलाफ क्षेत्रीय संवाद
दक्षेस देशों के स्वयंसेवी संगठनों की तीन दिवसीय बैठक 22 दिसंबर 2002 को काठमांडू में शुरू हुई। इस बैठक का उद्देश्य दवाओं के दुरुपयोग की समस्या से निपटने के लिए क्षेत्रीय सहयोग, जागरूकता और साझा रणनीति विकसित करना था। यह आयोजन सामाजिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल माना गया।
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1989 – रोमानिया में सत्ता का अंत
22 दिसंबर 1989 को रोमानिया के राष्ट्रपति निकोलाए चाऊशेस्क्यू का तख्ता पलट हो गया। जनता के विद्रोह के बाद वे देश छोड़कर भागते समय गिरफ्तार कर लिए गए। यह घटना पूर्वी यूरोप में साम्यवादी शासन के पतन और लोकतांत्रिक परिवर्तन की प्रतीक बन गई।
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1978 – थाईलैंड का संविधान
थाईलैंड ने 22 दिसंबर 1978 को नया संविधान अंगीकार किया। यह संविधान देश में शासन व्यवस्था को स्थिरता देने और नागरिक अधिकारों को परिभाषित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बना।
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1975 – संगीत सम्राट वसंत देसाई का निधन
हिंदी सिनेमा को कालजयी संगीत देने वाले वसंत देसाई का 22 दिसंबर 1975 को निधन हुआ। ‘झनक-झनक पायल बाजे’, ‘गूंज उठी शहनाई’ और ‘दो आँखें बारह हाथ’ जैसी फिल्मों में उनका संगीत आज भी भारतीय सांस्कृतिक विरासत का अनमोल हिस्सा है।
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1971 – सोवियत संघ का परमाणु परीक्षण
22 दिसंबर 1971 को तत्कालीन सोवियत संघ ने भूमिगत परमाणु परीक्षण किया। यह घटना शीत युद्ध के दौर में परमाणु शक्ति संतुलन और वैश्विक सुरक्षा चिंताओं को दर्शाती है।
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1966 – जेएनयू की स्थापना
22 दिसंबर 1966 को भारतीय संसद द्वारा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। जेएनयू शिक्षा, शोध और वैचारिक विमर्श का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा और भारतीय बौद्धिक परंपरा में विशेष स्थान प्राप्त किया।
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1961 – अमेरिका का परमाणु परीक्षण
अमेरिका ने 22 दिसंबर 1961 को नेवादा में परमाणु परीक्षण किया, जो शीत युद्ध के समय सैन्य शक्ति प्रदर्शन और रणनीतिक प्रतिस्पर्धा का उदाहरण था।
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1957 – चिड़ियाघर में जन्मा पहला गोरिल्ला
ओहायो के कोलंबस चिड़ियाघर में 22 दिसंबर 1957 को ‘कोलो’ नामक गोरिल्ला का जन्म हुआ। यह चिड़ियाघर में पैदा होने वाला पहला गोरिल्ला था, जिसने वन्यजीव संरक्षण के इतिहास में नया अध्याय जोड़ा।
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1947 – इटली का नया संविधान
22 दिसंबर 1947 को इटली की संसद ने नए संविधान को अंगीकार किया। यह संविधान द्वितीय विश्व युद्ध के बाद लोकतांत्रिक मूल्यों की पुनर्स्थापना का प्रतीक बना।
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1941 – द्वितीय विश्व युद्ध की अहम मुलाकात
अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट और ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल 22 दिसंबर 1941 को वॉशिंगटन में मिले। इस बैठक ने मित्र राष्ट्रों की युद्ध रणनीति को नई दिशा दी।
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1940 – रेडिकल डेमोक्रेटिक पार्टी की घोषणा
मानवेंद्र नाथ राय ने 22 दिसंबर 1940 को रेडिकल डेमोक्रेटिक पार्टी की स्थापना की घोषणा की। यह कदम भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में वैचारिक विविधता और लोकतांत्रिक सोच को मजबूती देने वाला साबित हुआ।
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1910 – डाक बचत पत्र की शुरुआत
अमेरिका में 22 दिसंबर 1910 को पहली बार डाक बचत पत्र जारी किए गए, जिससे आम नागरिकों को सुरक्षित बचत का अवसर मिला।
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1882 – क्रिसमस ट्री पर बिजली की रोशनी
थॉमस एडीसन द्वारा बनाए गए बल्बों से 22 दिसंबर 1882 को पहली बार क्रिसमस ट्री सजाया गया। यह आधुनिक सजावट और विद्युत उपयोग के इतिहास में अनोखी घटना थी।
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1851 – भारत की पहली मालगाड़ी
22 दिसंबर 1851 को भारत में पहली मालगाड़ी रुड़की से पिरान के बीच चलाई गई। यह भारतीय रेलवे के विकास और औद्योगिक प्रगति की नींव मानी जाती है।
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1843 – देवेंद्रनाथ टैगोर का ब्रह्म समाज से जुड़ाव
रवींद्रनाथ टैगोर के पिता देवेंद्रनाथ टैगोर 22 दिसंबर 1843 को ब्रह्म समाज में शामिल हुए। इससे भारतीय समाज सुधार आंदोलन को नई वैचारिक दिशा मिली।
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1241 – लाहौर पर मंगोल आक्रमण
22 दिसंबर 1241 को मंगोल सेनापति हुलागु खान के नेतृत्व में लाहौर पर कब्जा किया गया। यह घटना मध्यकालीन भारत में मंगोल आक्रमणों के प्रभाव को दर्शाती है।
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